Khwab Ki Tabeer (क)

कंघी

मकसद हासिल हो जाय, बीमारी से ठीक हो, अगर कंघी टूट जाए तो बीमारी उठाए।

कछुआ

आलिम हो या इल्म से नफा पाए।

कछुआ को गन्दी जगह देखा

इल्म को नुक्सान हो, परेशानी का सामान हो।

क़त्ल

हालत में बेहतरी की दलील है, माल की तरक्की है या बड़ी गुनाह करे और मक्तूल से नफा पहुंचाए।

कद (छोटा)

बेइज्जती की निशानी, सरगिर्दानी की बाइस है।

कदम

जेब व जीनत ज्यादा हो या अनेकों माल हाथ आएं और शौहर से आराम पाए।

कपड़ा पांव का

मर्द के लड़का पैदा हो, औरत को मर्द का डर पैदा हो।

कपड़ा पेरहन

पाकीज़ा मर्द से हुरमत व दीन का नफा हासिल हो।

कपड़ा बेचना

दुश्मनी व खासुयत ज्यादा होने की निशानी है।

कपड़ा हाथ का

मर्द को नंग हो,अंदेशा बहुत, दुश्मन पर कामयाबी हो, औरत के घर लड़का पैदा हो |

कपड़े में खून

तोहमत या बुहतान में फंसे लोग हंसे।

कबरू बादशाह से मिलना

इसको बादशाह से नफा पहुंचे।

कबा पहनना

निकाह करने की निशानी हो।

कबाब

नेक औरत से मिले।

कबूतर

खादिमा मिले या हालत अच्छी हो।

कबूतर का गोश्त

औरत से नफा पाए या माशूक हसीन और तरहदार हाथ आए।

कबूतर को गौल

नफा ज्यादा हासिल हो, फरहत व ख़ुशी हासिल हो।

कब्र खोदना

नए तामीर की निशानी है, दौलत हाथ आनी है।

कमंद

सख्त काम में मददगार हो, बहादुर इज्जत वाला हो।

कमर बंद बांधना

मर्दानगी ताकत बढ़े और शोहरत ज्यादा हो।

कमान खीचना

सफ़र सामने हो, ख़ुशी ज्यादा हासिल हो।

कमान बनाना

हम्ल वाली औरत लड़का जनेगी।

कमान मय तीर मारना

औरत या भाई या लड़का मिले सफ़र सामने आए या दुश्मन पर काबू पाए।

करगिस

ख़ुशी की निशानी है।

कलम

हिकमत या वलामत या लड़का मिले।

कलमदान

दीनदारी औरत मिले या हाकिम की फ़रमानबरदारी करे।

कलीद

बादशाह से माल व जाह हासिल हो।

कलीद से दरवाजा खोलना

अच्छे ओहदे पर मुक़र्रर हो।

कश्ती

माल में तंगी हो, परेशान हाल हो।

कश्ती डूबना

मुहासबा शाही में गिरफ्तार हो, रंज उठाए।

कश्ती सुखी जमीन में

मासियत में गिरफ्तार होने की निशानी है।

कश्ती से उतरना

शाही मामलो में खोज करने की जरूरत है।

कश्ती से उतारना

मुसीबत से छुटकारा पाना।

कसम खाना

रोजी कम हो, औलाद का गम हो।

कसाई

मौत के फ़रिश्ते की निशानी है।

कागज मिलना

अगर सादा देखे तो मकसद हासिल हो।

काजल

औलाद से फरहत हो, दिल को ख़ुशी हो।

कांटा

जश्ती वजह सीरती जाहिर हो ऐब सब पर माहिर हो।

कान अलग होना

लड़की मर जाय या औरत को तलाक दे।

कान देखना

पाकीज़ा औरत से निकाह करे या अच्छी खबर से ख़ुशी हो।

कान लम्बा

अजीब अजीब फ़साने व गरीब की हिकायत सुने।

कान साफ़ करना

नेक बातें सुने जो यां खबर है।

काफ़िर होना

तबंगरी या बीमारी की निशानी है जहमत बहुत सी सामने आयेगी।

काफ़िला

अगर सवारी अच्छी हो लोगों को जाते देखे तो तबाही में पड़े जो आते देखे तो मतलब पूरा हो।

काफ़ूर

आलिम बुजुर्ग, नामी या मुब्तदीन मशहूर रहे।

काबा (अ`ल्लाह का घर ) या काबा में

खिलाफत या बंदगी व मर्तबा हासिल हो या मीरास मिले या आलिम और परहेजगार हो।

काश्तकार

गनीमत का माल हाथ आने की निशानी है।

किरन (सूरज की)

नेक खबर का सामान नजर आए, बीमार अच्छा हो जाए।

क़िला

दीनदारी की तरक्की हो, परहेजगारी हो।

कीचड़ में गिरना

ऐश व ख़ुशी हासिल हो, बीमारी दूर हो।

कुजदम को मारना

दुश्मन की गीबत करे या भेद कहे।

कुजुदुम

सुखनची से मलाल हो, नातेदार से बहित तकलीफ हो और उसको मलाल हो।

कुजुदुम

सुखनची से मलाल हो, नातेदार से बहित तकलीफ हो और उसको मलाल हो।

कुत्ता

कमजोर दुश्मन से मुकाबिला हो जाए मगर तकलीफ उसको पहूंचाने न पाए।

कुत्ते का काटना

दुश्मन से मुकाबला हो।

कुत्ते का भौंकना

कमीनों की बात से मलाल हो।

कुत्ते को फरमानबरदार देखना

दोस्त से मुलाकात हो।

कुरआन की सुरह पढ़ना

मोमिनों को सिफ़त होने की निशानी है |

कुरआन शरीफ का वर्क पढ़ना

मौत के करीब होने की निशानी है।

कुरआन शरीफ किसी से पढ़ना

बड़े काम में लगे।

कुरआन शरीफ पढ़ना

मीरास या इमानत या हलाल रोजी मिले।

कुरआन शरीफ लिखना

हिकमत सीखे या दीन दुनिया आपस में जमा करे ।

कुर्बानी करना

गम व अंदेशे से छुटकारा पाए, अगर औरत देखे तो अच्छी तक़दीर वाला लड़का हो।

कुलंग

किसी बादशाह या सरदार से बख्शिश या इनाम मिले और दोस्तों में इज्जत हो।

कुलंग का शिकार

कोई काम या ओहदा मिले या नफा ज्यादा हो।

कुलह

उम्र लम्बी होना, रियासत की तरक्की, सरदारी की निशानी है, परेशानी दूर होना।

कुलाग़

फासिक व दरुगगो से मुलाकात।

कुलाग़

फासिक व दरुगगो से मुलाकात।

कुश्ती करना

गम व रंज दूर हो, परेशानी ख़त्म हो फरहत व ख़ुशी नजदीक आए।

कुसा बजाना

किसी हादसे में फंसने की निशानी है।

कूंए में गिरना

अगर हाकिम हो हटाया जाए, फरमानबरदारी से दूर हो।

कूजा

खुबसूरत औरत मिले फरमानबरदार बदल रहे।

कैंची

औरत या हबीब से मलाल हो, बुरा ख्याल हो।

कैद

सफ़र का इरादा हो तो न जाए, शरा में इस्यवार हो |

कैद

सफ़र का इरादा हो तो न जाए, शरा में इस्यवार हो।

कैद करना

गुनाह से तौबा करने की निशानी है।

कोयला

बिना वजह लड़ाई झगड़े के अंदेशा में फंसे, या सख्त बीमारी व तकलीफ हो।

कोयला

बिना वजह लड़ाई झगड़े के अंदेशा में फंसे, या सख्त बीमारी व तकलीफ हो।