Roza

मुहर्रम

  • Dec 19, 2018

मुहर्रम की पहली तारीख से दसवी तारीख तक रोजे रखे या पहली और 9 तथा 10 तारीख में रोजे रखे, मुहर्रम के ये रोजे रखना बहुत अफजल है.

जमातुल आखिर

  • Dec 05, 2018

जमातुल आखिर के महीने में आखरी तारीख को रोजा रखना बहुत अफज़ल है.

रज्जब

  • Dec 12, 2018

माह रज्जब की 27 तारीख शबे-मेहराज को रोजा रखने का बड़ा सवाब है. इस रोजे से अजाबे कब्र से और दोजख की आग से महफूज़ रहेगा. माहे रज्जब के एक रोजे का सवाब 1000 रोजे के बराबर है.

शआबान

  • Dec 13, 2018

शआबान माह की 15 तारीख के रोजे की बड़ी फज्लियत है. जो कोई ये रोजा रखेगा बारी ताआला पर उसके 50 साल के गुनाह माफ़ कर देगा.

शव्वाल

  • Dec 15, 2018

शव्वाल माह की 2 तारीख से 7 तारीख तक 6 रोजे रखने की बड़ी फज्लियत है. अल्लाह के रसुल सल्ललाहु अलैय व सल्लम ने फ़रमाया के जो ये 6 रोजे रखेगा तो अल्लाह उसे हज़ार रोजे का सवाब देगा और उस पर दोजख की आग हराम कर देगा और उसके नामोअमाल में बेशुमार नेकियों का सवाब अता करेगा चाहे ये रोजे बराबर रखे या सव्वाल माह में 6 रोजे रखें.

ज़ु अल-क़ादा

  • Dec 16, 2018

ज़ु अल-क़ादा माह में जो कोई किसी भी दिन 1 रोजा रखें अल्लाह उसको 1 उमराह का सवाब आता फरमाएगा. इस माह में पीर (सोमवार) के रोज जो कोई रोजा रखेगा, उसे बेशुमार इबादत का सवाब मिलेगा.

ज़ु अल-हज्जा

  • Dec 20, 2018

ज़ु अल-हज्जा माह की 1 से 9 तारीख तक के रोजो की बड़ी फज्लियत है और सबसे ज्यादा 7, 8 और 9 तारीख के रोजे रखने के बहुत फायदे है, अल्लाह इन रोजो का बहुत सवाब अता फरमाता है.

आयाम बैज के रोज़े

  • Dec 21, 2018

आयाम बैज के रोज़े यानि प्रत्येक माह के 13,14,15 तारीख के रोज़े. रसुल सल्ललाहु अलैय व सल्लम ने फ़रमाया की हर महीने में तीन दिन के रोज़े रखे, ऐसा हर रोज़ा दस गुनाह मिटाता है और गुनाह से ऐसे पाक कर देता है जैसे कपडे को धोबी साफ़ करता है हजरत इब्न अब्बास ने फ़रमाया के रसुल सल्ललाहु अलैय व सल्लम सफ़र व हज़र में हमेशा आयाम बैज के रोज़े रखें.

दो सनबा पीर और जुमेरात का रोज़ा

  • Dec 22, 2018

रसुल सल्ललाहु अलैय व सल्लम ने फ़रमाया की दो सनबा पीर और जुमेरात को अमाल पेश होते है तो मैं पसंद करता हूँ की मेरा अमाल उस वक़्त पेश हो और मैं उस वकत रोजादार रहूँ और फ़रमाया इन दो दिनों में अल्लाह ताअला हर मुसलमान को मग्फेरत फरमाता है.

बुध और जुमेरात का रोज़ा

  • Dec 23, 2018

रसुल सल्ललाहु अलैय व सल्लम ने फ़रमाया जो बुध और जुमेरात को रोज़े रखे इसके लिए दोजख से छुटकारा लिख दिया जायेगा.